केंद्र सरकार किसानों की सुविधा के लिए किसान रजिस्ट्री कार्ड जारी कर रही है। इस कार्ड का मुख्य उद्देश्य सभी किसानों का डिजिटल डाटा तैयार करना है। जिस तरह आधार कार्ड हर नागरिक की पहचान का प्रमाण होता है, ठीक उसी तरह किसान रजिस्ट्री कार्ड किसानों की कृषि पहचान का प्रमाण होगा। यह 11 अंकों की एक विशिष्ट आईडी होगी, जिससे किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।
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किसान रजिस्ट्री कार्ड के जरिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना, फसल बीमा योजना और कृषि यंत्र सब्सिडी जैसी योजनाओं का लाभ मिलेगा। इसके अलावा, किसान क्रेडिट कार्ड भी अब इसी के आधार पर बनेगा। सरकार का लक्ष्य सभी किसानों को इस रजिस्ट्रेशन से जोड़ना है ताकि कृषि से जुड़ी सुविधाएं आसानी से उन तक पहुंचाई जा सकें।
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किसान रजिस्ट्री कार्ड कैसे बनवाएं?
जिन किसानों ने अपनी ग्राम पंचायत में आयोजित कैंप के दौरान किसान रजिस्ट्री कार्ड नहीं बनवाया है, वे इसे अब भी बनवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) जाना होगा। वहां पर किसान की पहचान और कृषि भूमि की पुष्टि करके कार्ड जारी किया जाएगा।
कार्ड बनवाने के लिए किसान को कुछ जरूरी दस्तावेज साथ ले जाने होंगे। इनमें किसान के नाम से कृषि भूमि की जमाबंदी, आधार कार्ड और आधार से लिंक मोबाइल नंबर शामिल हैं। आधार कार्ड से ई-केवाईसी की जाएगी, जिसके बाद किसान की पूरी जानकारी पोर्टल पर दर्ज होगी।
सीएससी सेंटर पर लॉगिन करके “फार्मर रजिस्ट्रेशन” के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद किसान का आधार नंबर डालकर ओटीपी के जरिए वेरीफाई किया जाएगा। फिर मोबाइल नंबर और अन्य आवश्यक जानकारियां जोड़ी जाएंगी। इसके बाद, किसान की कृषि भूमि की जानकारी दर्ज की जाएगी। खसरा नंबर डालने पर भूमि की पूरी डिटेल अपने आप आ जाएगी। सभी जानकारियां सही होने पर किसान रजिस्ट्री कार्ड जेनरेट हो जाएगा।
किसान रजिस्ट्री कार्ड में सुधार कैसे कराएं?
यदि किसान रजिस्ट्री कार्ड में कोई गलती हो जाती है, तो उसे भी सही करवाया जा सकता है। कुछ मामलों में गलत खसरा नंबर दर्ज हो जाता है या नाम में त्रुटि रह जाती है। ऐसी स्थिति में किसान अपने नजदीकी सीएससी सेंटर पर जाकर सुधार की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
सीएससी ऑपरेटर को किसान की सही जानकारी देनी होगी। इसके बाद वे पोर्टल पर लॉगिन करके आवश्यक बदलाव कर सकते हैं। सुधार प्रक्रिया पूरी होने के बाद किसान को नया अपडेटेड किसान रजिस्ट्री कार्ड मिल जाएगा।
राजस्थान में किसान रजिस्ट्री कार्ड का स्टेटस
राजस्थान में करीब 90 लाख किसान पीएम किसान योजना से जुड़े हुए हैं। इनमें से लगभग 50 लाख किसानों ने किसान रजिस्ट्री कार्ड के लिए पंजीकरण करवा लिया है। इनमें से 20 लाख किसानों के किसान रजिस्ट्री कार्ड को मंजूरी भी मिल चुकी है।
राज्य में सबसे ज्यादा किसान रजिस्ट्री कार्ड टोंक, जयपुर, धौलपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में बनाए गए हैं। वहीं, जिन जिलों में सबसे ज्यादा कार्ड अप्रूव किए गए हैं, वे हैं अजमेर, जैसलमेर, सालेमपुर, सिरोही और बीकानेर। सरकार का लक्ष्य एक करोड़ से अधिक किसानों को इस योजना से जोड़ना है।
किसान रजिस्ट्री कार्ड क्यों जरूरी है?
किसानों के लिए सरकार समय-समय पर कई योजनाएं लाती है। लेकिन कई बार सही जानकारी न होने के कारण किसान इनका लाभ नहीं ले पाते। किसान रजिस्ट्री कार्ड के जरिए सरकार सभी किसानों का एक डिजिटल रिकॉर्ड तैयार कर रही है। इससे किसानों को योजना का लाभ सीधे मिल सकेगा।
भविष्य में सभी कृषि योजनाओं को किसान रजिस्ट्री कार्ड से जोड़ा जाएगा। बिना इस कार्ड के कोई भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए सभी किसानों को जल्द से जल्द अपना किसान रजिस्ट्री कार्ड बनवा लेना चाहिए।
यदि आपने अभी तक अपना किसान रजिस्ट्री कार्ड नहीं बनवाया है, तो अपने नजदीकी सीएससी सेंटर जाकर इसे बनवा सकते हैं। यह न केवल सरकारी लाभ लेने में मदद करेगा बल्कि आपकी कृषि पहचान को भी मजबूत बनाएगा।

मै पिछले 5 सालों से ब्लॉगिंग कर रही हूँ , मैं कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स हूँ और मेरा मकसद जटिल जानकारी को आसान भाषा में समझाना है , ताकि हर कोई उसे आसानी से समझ सके। खास तौर पर सरकारी योजनाओं, सरकारी नौकरी पर लिखती हु ,जिससे लोगों को मदद मिल सके।