राजस्थान सरकार ने किसानों के लिए एक नई पहल शुरू की है, जिसके तहत अब पारंपरिक यूरिया के स्थान पर नैनो यूरिया का उपयोग करने पर किसानों को सरकार की तरफ से आर्थिक सहायता दी जाएगी। राजस्थान नैनो यूरिया अनुदान योजना के तहत राज्य सरकार प्रत्येक किसान को प्रति हेक्टेयर दो हजार रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खाते में प्रदान करेगी, बशर्ते वह अपने खेत में नैनो यूरिया का छिड़काव करता हो।
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राजस्थान नैनो यूरिया अनुदान योजना 2025 के मुख्य बिंदु
योजना का नाम | राजस्थान नैनो यूरिया अनुदान योजना |
उद्देश्य | किसानों को नैनो यूरिया उपयोग पर आर्थिक सहायता देना और आधुनिक कृषि को बढ़ावा देना |
लाभार्थी | राजस्थान के सभी किसान (विशेषकर छोटे और सीमांत किसान) |
अनुदान राशि | प्रति हेक्टेयर ₹2000 (DBT के जरिए सीधे बैंक खाते में) |
शर्तें | खेत में नैनो यूरिया का छिड़काव अनिवार्य |
आवेदन प्रक्रिया | राज किसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन |
सत्यापन प्रक्रिया | सहायक कृषि अधिकारी व पर्यवेक्षक द्वारा ‘राज किसान भौतिक सत्यापन ऐप’ से जांच |
राजस्थान नैनो यूरिया अनुदान योजना अनुदान कैसे मिलेगा ?
राजस्थान नैनो यूरिया अनुदान योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को सबसे पहले अपने खेत पर नैनो यूरिया का छिड़काव स्वयं कराना होगा। इसके बाद किसान को ‘राज किसान साथी पोर्टल’ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। जब किसान का छिड़काव पूरा हो जाता है, तब सहायक कृषि अधिकारी और पर्यवेक्षक मौके पर जाकर जांच करेंगे और ‘राज किसान भौतिक सत्यापन ऐप’ के माध्यम से रिपोर्ट भेजी जाएगी। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद, अनुदान की राशि किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
नैनो यूरिया एक आधुनिक और पर्यावरण अनुकूल विकल्प है, जिसे पारंपरिक यूरिया की तुलना में बहुत कम मात्रा में प्रयोग करके भी बेहतर नतीजे प्राप्त किए जा सकते हैं। यह मिट्टी की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद करता है और फसल की पैदावार को बढ़ाता है। इस तकनीक को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने क्लस्टर आधारित कार्य योजना भी बनाई है, जिसमें कम से कम दस हेक्टेयर भूमि का एक समूह बनाकर छिड़काव किया जाएगा।
नैनो यूरिया अनुदान योजना के लिए ड्रोन से भी छिड़काव किया जा सकता है
सरकार द्वारा छिड़काव के लिए ड्रोन तकनीक को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। नमो ड्रोन दीदी योजना और कस्टम हायरिंग सेंटर जैसे माध्यमों से किसान ड्रोन के जरिए छिड़काव करा सकते हैं। इससे न केवल समय और मेहनत की बचत होती है, बल्कि खाद का वितरण भी समान रूप से होता है। किसान क्रय-विक्रय सहकारी समिति, ग्राम सेवा सहकारी समिति या किसी अधिकृत विक्रेता से नैनो यूरिया खरीद सकते हैं।
कुल मिलाकर, नैनो यूरिया अनुदान योजना किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक से जोड़ने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। छोटे और सीमांत किसानों के लिए यह योजना विशेष रूप से फायदेमंद साबित हो सकती है।
राजस्थान नैनो यूरिया सब्सिडी योजना -FAQ
Q1.राजस्थान नैनो यूरिया अनुदान योजना क्या है?
राजस्थान सरकार की यह योजना किसानों को नैनो यूरिया के इस्तेमाल पर प्रति हेक्टेयर ₹2000 की आर्थिक सहायता देती है।
Q2.नैनो यूरिया का छिड़काव कैसे करना होता है?
किसान अपने खेत में नैनो यूरिया का छिड़काव हाथ से या ड्रोन तकनीक के जरिए कर सकते हैं।
Q3. योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन कैसे करें?
छिड़काव के बाद किसान को ‘राज किसान साथी पोर्टल’ पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
Q4. अनुदान की राशि किसान के खाते में कब मिलेगी?
सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अनुदान की राशि सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।