UPS Vs OPS Vs NPS: यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) 2024 की घोषणा हो चुकी है और इसे 1 अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा। भारत सरकार ने दिनाक 24-05-2024 को नई पेंशन योजना (NPS) के बदले में नई यूनिफाइड पेंशन स्कीम को मंजूरी दी है। यह योजना कर्मचारियों के लिए एक बड़ा बदलाव हो सकती हो सकती है।
इस ब्लॉग में, हम आपको OPS (Old Pension Scheme), NPS (New Pension Scheme), और UPS (Unified Pension Scheme) के बीच के प्रमुख अंतर (UPS Vs OPS Vs NPS) बताएंगे ताकि आपको सभी पेंशन योजना के बारे में पता लग सके।
एनपीएस, ओपीएस और यूपीएस में अंतर (UPS Vs OPS Vs NPS)
1. लाभार्थियों का दायरा:
- OPS: केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए।
- NPS: सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के कर्मचारी शामिल हो सकते हैं।
- UPS: केवल केंद्र सरकार के कर्मचारी लाभान्वित होंगे।
2. वेतन से कटौती:
- OPS: वेतन से कोई कटौती नहीं होती।
- NPS: 10% बेसिक + DA की कटौती होती है।
- UPS: 10% बेसिक + DA की कटौती होती है और सरकार 18.5% का अतिरिक्त योगदान देती है।
3. Provident Fund (PF) सुविधा:
- OPS: GPF (General Provident Fund) की सुविधा मिलती है।
- NPS: PF की सुविधा नहीं होती।
- UPS: GPF की सुविधा होगी, और रिटायरमेंट के बाद एकमुश्त राशि भी दी जाएगी।
4. शेयर बाजार से संबंध:
- OPS: शेयर बाजार से लिंक नहीं।
- NPS: शेयर बाजार से लिंक है।
- UPS: यह भी शेयर बाजार से लिंक नहीं है, और सुरक्षित योजना है।
5. रिटायरमेंट पेंशन:
- OPS: अंतिम वेतन का 50% पेंशन के रूप में मिलता है।
- NPS: कोई निश्चित पेंशन नहीं मिलती।
- UPS: अंतिम 12 महीने के औसत वेतन का 50% पेंशन के रूप में मिलेगा।
6. महंगाई भत्ता (DA):
- OPS: 6 महीने के बाद महंगाई भत्ता (DA) मिलता है।
- NPS: DA लागू नहीं होता।
- UPS: महंगाई राहत (DR) दिया जाएगा।
7. ग्रैच्युटी:
- OPS: रिटायरमेंट पर ग्रैच्युटी मिलती है।
- NPS: अस्थाई प्रावधान है।
- UPS: रिटायरमेंट पर निश्चित ग्रैच्युटी मिलेगी।
8. ब्याज पर टैक्स:
- OPS: ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगता।
- NPS: ब्याज पर टैक्स देना पड़ता है।
- UPS: ब्याज पर टैक्स लगने का फैसला अभी स्पष्ट नहीं है।
9. फैमिली पेंशन:
- OPS: सेवा के दौरान मृत्यु पर फैमिली पेंशन का प्रावधान है।
- NPS: फैमिली पेंशन का प्रावधान है, लेकिन सरकार द्वारा जमा राशि जब्त हो सकती है।
- UPS: सेवा के दौरान मृत्यु पर फैमिली पेंशन मिलेगी।
10. निवेश की आवश्यकता:
- OPS: रिटायरमेंट के समय पेंशन पाने के लिए कोई निवेश नहीं करना पड़ता।
- NPS: पेंशन पाने के लिए 40% राशि निवेश करनी पड़ती है।
- UPS: रिटायरमेंट के समय पेंशन पाने के लिए कोई निवेश की आवश्यकता नहीं।
11. न्यूनतम पेंशन:
- OPS: अंतिम वेतन का 50% सुनिश्चित होता है।
- NPS: कोई न्यूनतम पेंशन प्रावधान नहीं।
- UPS: 10 साल की सेवा के बाद ₹10,000 की न्यूनतम पेंशन मिलेगी।
12. योग्यता:
- OPS: केवल सरकारी कर्मचारी।
- NPS: सरकारी और निजी दोनों कर्मचारी।
- UPS: केवल सरकारी कर्मचारी ही लाभ उठा सकते हैं।
13. मेडिकल सुविधा:
- OPS और UPS: रिटायरमेंट के बाद मेडिकल सुविधा मिलेगी।
14. चयन का विकल्प:
- UPS और NPS: इनमें से एक ही योजना का चुनाव किया जा सकता है। एक बार चयन करने के बाद उसे बदला नहीं जा सकता।
15. लाभार्थियों की संख्या:
- UPS: लगभग 23 लाख सरकारी कर्मचारी लाभान्वित होंगे।
16. पेंशन का प्रकार:
- OPS और UPS: निश्चित पेंशन योजना।
- NPS: मार्केट-लिंक योजना, जिसमें निश्चित पेंशन की गारंटी नहीं।
17. सरकारी योगदान:
18. एकमुश्त राशि:
- UPS: 25 साल की सेवा के बाद एकमुश्त राशि और पेंशन मिलेगी।
19. न्यूनतम पेंशन की गारंटी:
- UPS: अंतिम वेतन का 50%
यूपीएस का सम्पूर्ण विवरण नीचें दिए गए लिंक से देखे
मै पिछले 5 सालों से ब्लॉगिंग कर रही हूँ , मैं कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स हूँ और मेरा मकसद जटिल जानकारी को आसान भाषा में समझाना है , ताकि हर कोई उसे आसानी से समझ सके। खास तौर पर सरकारी योजनाओं, सरकारी नौकरी पर लिखती हु ,जिससे लोगों को मदद मिल सके।