अगर आप राजस्थान से हैं और आपने हाल ही में 10वीं या 12वीं की परीक्षा में 75% से ज्यादा अंक हासिल किए हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। राजस्थान सरकार मेधावी छात्रों को डिजिटल तरीके से आगे बढ़ाने के लिए “फ्री लैपटॉप वितरण योजना 2025” चला रही है। इस योजना का मकसद है कि छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर सकें और तकनीक से जुड़ें ताकि उनका भविष्य और भी उज्जवल बन सके।
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राजस्थान में कैसे मिल रहा है फ्री लैपटॉप या टैबलेट
राजस्थान सरकार इस फ्री लैपटॉप वितरण योजना 2025 के तहत 10वीं और 12वीं में 75 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने वाले छात्रों को मुफ्त में लैपटॉप या टैबलेट दे रही है। यह सुविधा सिर्फ उन्हीं छात्रों को दी जाती है जो राज्य के मूल निवासी हैं और जिनका परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। इसका मतलब यह है कि अगर आपके परिवार की सालाना आय 2 लाख रुपये से कम है और परिवार में कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं है, तो आप इस योजना के पात्र माने जाएंगे।
फ्री लैपटॉप वितरण योजना में मुफ्त 4G इंटरनेट
सिर्फ लैपटॉप या टैबलेट ही नहीं, छात्रों को इसके साथ 3 साल तक फ्री 4G इंटरनेट भी दिया जाएगा। इससे छात्र ऑनलाइन क्लास, वीडियो लेक्चर, ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म और डिजिटल कोर्सेज का इस्तेमाल आसानी से कर सकेंगे। इस सुविधा से गांव या दूरदराज के इलाकों में रहने वाले छात्र भी डिजिटल शिक्षा से जुड़ पाएंगे।
आवेदन करने की नहीं है कोई जरूरत
इस योजना की सबसे खास बात यह है कि छात्रों को इसके लिए अलग से आवेदन करने की जरूरत नहीं है। सरकार की तरफ से मेरिट लिस्ट खुद तैयार की जाती है और चयनित छात्रों की सूची सीधे शाला दर्पण पोर्टल पर जारी की जाती है। आपको बस यह सुनिश्चित करना है कि आपके सभी दस्तावेज सही हैं और स्कूल की जानकारी पोर्टल पर अपडेट है।
कब और कैसे मिलेगा लैपटॉप?
राज्य सरकार द्वारा तय समय पर मेरिट लिस्ट आने के बाद जिलेवार चयनित छात्रों को सूचना दी जाती है। इसके बाद उनके स्कूल में या जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में लैपटॉप या टैबलेट वितरित किए जाते हैं। कई बार यह वितरण समारोह खुद मुख्यमंत्री या शिक्षा मंत्री की मौजूदगी में होता है। इससे छात्रों का मनोबल भी बढ़ता है और वे पढ़ाई के प्रति और अधिक प्रेरित होते हैं।
इस योजना से छात्रों को क्या फायदा मिलेगा?
फ्री लैपटॉप योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे छात्रों को आगे की पढ़ाई के लिए डिजिटल संसाधन मिल जाता है। जो छात्र ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं या डिजिटल कोर्स करना चाहते हैं, उनके लिए यह योजना बेहद फायदेमंद है। साथ ही इससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र भी तकनीकी दुनिया से जुड़ पाते हैं, जो आज के समय में बेहद जरूरी है।