Maa Voucher Yojana: मां वाउचर योजना राजस्थान में गर्भवती महिलाओं के लिए एक पहल है! मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने आज दिनाक 08/08/2024 वार गुरुवार को “मां वाउचर योजना” की शुरुआत कर रहे है। .
यह योजना विशेष रूप से दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं को नि:शुल्क सोनोग्राफी की सुविधा प्रदान करेगी। इस पहल से राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने का उद्देश्य है।
मां वाउचर योजना (Maa Voucher Yojana Rajasthan) क्या है
“मां वाउचर योजना” के अंतर्गत, गर्भवती महिलाओं को नि:शुल्क सोनोग्राफी की सुविधा मिलेगी। यह सुविधा सरकारी और निजी सोनोग्राफी केंद्रों पर उपलब्ध होगी। योजना की शुरुआत पहले तीन जिलों—बारां, भरतपुर, और फलौदी में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में की गई थी, और अब इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है।
मां वाउचर योजना में पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक सॉफ्टवेयर तकनीक का उपयोग किया जाएगा। योजना के तहत, सोनोग्राफी के लिए वाउचर पीसीटीएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से जारी किया जाएगा। इसके बाद, सोनोग्राफी प्रक्रिया के दौरान सारा रिकॉर्ड इंपैक्ट सॉफ्टवेयर पर दर्ज किया जाएगा।
समय सीमा
वाउचर जारी होने के बाद, गर्भवती महिला को 60 दिनों के भीतर सोनोग्राफी करानी होगी। यदि किसी कारणवश वह इस अवधि के भीतर टेस्ट नहीं करवा पाती हैं, तो एक बार के लिए वाउचर की वैधता 30 दिनों के लिए बढ़ाई जा सकती है।
भुगतान प्रक्रिया
- वेरिफिकेशन के बाद उपनिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोनोग्राफी सेंटर को 450 रुपये की राशि स्वीकृत की जाएगी।
- यह राशि सीधा सोनोग्राफी सेंटर के खाते में ऑनलाइन जमा की जाएगी।
मां वाउचर योजना का लाभ केसे मिलेगा
चिकित्सा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के अनुसार, इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को सरकारी और निजी सोनोग्राफी केंद्रों पर नि:शुल्क सोनोग्राफी की सुविधा मिलेगी। महिलाओं को उनके मोबाइल नंबर पर SMS के माध्यम से QR कोड आधारित ई-वाउचर मिलेगा। इस वाउचर को किसी भी सूचीबद्ध सेंटर में प्रस्तुत कर वे नि:शुल्क सोनोग्राफी करवा सकेंगी। यदि डॉक्टर की सलाह पर डिलीवरी से पहले दूसरी सोनोग्राफी की आवश्यकता हो, तो एक अतिरिक्त वाउचर भी फ्री में उपलब्ध कराया जाएगा।
मां वाउचर योजना के मुख्य बिंदु
- वाउचर पीसीटीएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से निजी संस्थानों को जारी किया जाएगा।
- सोनोग्राफी के दौरान सभी रिकॉर्ड इंपैक्ट सॉफ्टवेयर पर दर्ज किए जाएंगे।
- सोनोग्राफी रिपोर्ट और रील को अपलोड किया जाएगा।
- ओजस सॉफ्टवेयर के माध्यम से रिपोर्ट की वेरिफिकेशन की जाएगी।
- वेरिफिकेशन के बाद उपनिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोनोग्राफी सेंटर को 450 रुपये की राशि स्वीकृत की जाएगी।
- यह राशि सीधा सोनोग्राफी सेंटर के खाते में ऑनलाइन जमा की जाएगी।
निष्कर्ष
मां वाउचर योजना” का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ और सुरक्षित गर्भावस्था के लिए आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। यह योजना राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को एक नई दिशा देने के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं के जीवन में महत्वपूर्ण सुधार लाएगी। इस पहल से उम्मीद की जाती है कि दूर-दराज के क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंच सकेगा और महिलाएं स्वस्थ और खुशहाल गर्भावस्था का अनुभव कर सकेंगी।
यदि आप राजस्थान की निवासी हैं और इस योजना के लिए पात्र हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ उठाएं। अधिक जानकारी और आवेदन के लिए यहां क्लिक करें।
इस ब्लॉग पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि झारखंड के अधिक से अधिक गरीब परिवार इस योजना का लाभ उठा सकें। अगर आपके पास इस योजना से संबंधित कोई प्रश्न हैं, तो कमेंट बॉक्स में लिखें। हम आपके सभी सवालों का जवाब देंगे।
मै पिछले 5 सालों से ब्लॉगिंग कर रही हूँ , मैं कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स हूँ और मेरा मकसद जटिल जानकारी को आसान भाषा में समझाना है , ताकि हर कोई उसे आसानी से समझ सके। खास तौर पर सरकारी योजनाओं, सरकारी नौकरी पर लिखती हु ,जिससे लोगों को मदद मिल सके।
Pingback: Lakhpati Didi Yojana Rajasthan 1-5 लाख तक मिलेंगे महिलाओं को