भारत में बढ़ते डिजिटल ट्रैफिक सिस्टम को देखते हुए सरकार ने FASTag को अनिवार्य बना दिया है। लेकिन अब टोल टैक्स भुगतान को और भी आसान बनाने के लिए सरकार ने Annual Fastag Pass की शुरुआत की है। इस पास के जरिए वाहन चालकों को हर बार रिचार्ज करने की जरूरत नहीं होगी। केवल ₹3000 के एकमुश्त भुगतान से एक वर्ष में 200 टोल यात्राएं की जा सकती हैं। यह योजना उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो रोजाना या बार-बार हाईवे पर यात्रा करते हैं।
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क्या है Annual Fastag Pass और यह कैसे काम करता है?
Annual Fastag Pass भारत सरकार की एक नई डिजिटल सुविधा है, जिसके तहत चार पहिया या उससे अधिक श्रेणी के वाहन चालक एक बार में भुगतान करके पूरे साल तक टोल टैक्स से जुड़े झंझटों से मुक्त हो सकते हैं। इस पास की वैधता 12 महीने या 200 यात्राएं – इनमें से जो पहले पूरी हो – तक होती है। यह योजना पूरी तरह डिजिटल है और इसे मोबाइल ऐप या वेबसाइट के माध्यम से एक्टिवेट किया जा सकता है।
कैसे बनवाएं Annual Fastag Pass?
Annual Fastag Pass बनवाने की प्रक्रिया अब पहले से काफी आसान और पेपरलेस हो चुकी है। इसके लिए आपको सबसे पहले ‘राजमार्ग यात्रा मोबाइल ऐप’ डाउनलोड करना होगा या फिर NHAI या MoRTH की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां आप अपने मोबाइल नंबर या FASTag ID से लॉगिन कर सकते हैं। लॉगिन के बाद Annual Fastag Pass का विकल्प मिलेगा, जहाँ वाहन की जानकारी भरकर ₹3000 का ऑनलाइन भुगतान करना होता है। भुगतान पूरा होने के बाद आपका पास कुछ ही समय में एक्टिवेट हो जाएगा।
एक्टिवेशन प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल
FASTag की यह नई सुविधा 15 अगस्त 2025 से शुरू की जाएगी। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि पूरा प्रोसेस पूरी तरह से यूज़र-फ्रेंडली और डिजिटल होगा। पास एक्टिवेट होने के बाद आपको SMS और ईमेल के माध्यम से इसकी पुष्टि मिल जाएगी। सरकार एक डेडिकेटेड पोर्टल भी लॉन्च करने जा रही है, जिससे फास्टैग पास की रिन्यूअल और ट्रैकिंग बेहद आसान हो जाएगी।
रिन्यूअल प्रक्रिया और भविष्य की सुविधा
Annual Fastag Pass की मियाद खत्म होने पर यानी एक साल या 200 टोल ट्रिप के बाद, यूजर उसी पोर्टल या ऐप के जरिए पास को रिन्यू कर सकेंगे। रिन्यूअल की प्रक्रिया भी बिलकुल आसान और डिजिटल होगी। इससे यूजर्स को बार-बार दस्तावेज देने या फिजिकल उपस्थिति दर्ज कराने की आवश्यकता नहीं होगी।
अगर आप एक फ्रीक्वेंट ट्रैवलर हैं, या रोजाना टोल से गुजरते हैं, तो यह पास आपके समय और पैसे दोनों की बचत करेगा। न केवल यह सुविधा डिजिटल है, बल्कि यह टोल टैक्स का पारदर्शी और सस्ता विकल्प भी बनकर उभरा है। सरकार की यह पहल न केवल यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि डिजिटल इंडिया अभियान को भी मजबूती देगी।