अगर आप ग्रामीण क्षेत्र में रहकर एक अच्छा और स्थिर रोजगार पाना चाहते हैं तो भैंस पालन आपके लिए शानदार विकल्प हो सकता है। खासकर तब, जब सरकार सीधे इस पर सब्सिडी दे रही हो। बिहार सरकार ने पशुपालकों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ‘समग्र भैंस पालन विकास योजना’ की शुरुआत की है।
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समग्र भैंस पालन विकास योजना के तहत दो उन्नत नस्ल की दुधारू भैंसों के लिए ₹1,81,500 तक की सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 25 जून से शुरू हो रही है। अगर सही नस्ल की भैंसों का चुनाव किया जाए और उन्हें अच्छे तरीके से पाला जाए तो दूध उत्पादन से हर महीने ₹15,000 से ₹30,000 तक की आय संभव है।
समग्र भैंस पालन विकास योजना क्या है ?
भारत में दूध की मांग हमेशा से अधिक रही है। दूध, दही, घी और उससे जुड़े अन्य उत्पादों की कीमतें ग्रामीण और शहरी दोनों बाजारों में अच्छी मिलती हैं। ऐसे में यदि कोई किसान दो उन्नत नस्ल की दुधारू भैंसें पालता है तो वह घर बैठे हर महीने अच्छी कमाई कर सकता है। दूध उत्पादन से जुड़ी यह योजना न केवल किसानों को रोजगार देती है, बल्कि दुग्ध उत्पादन को भी बढ़ावा देती है। यही वजह है कि राज्य सरकार अब ऐसे पशुपालकों को सीधी आर्थिक सहायता के रूप में अनुदान प्रदान कर रही है।
भैंस पालन विकास योजना में कितनी सब्सिडी मिलती है?
बिहार सरकार की समग्र भैंस पालन विकास योजना के अंतर्गत दो दुधारू भैंसों पर कुल लागत ₹2,42,000 मानी गई है। इस पर सामान्य वर्ग के पशुपालकों को 50% यानी ₹1,21,000 की सब्सिडी मिलेगी, जबकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के पशुपालकों को 75% यानी ₹1,81,500 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। अगर कोई केवल एक भैंस पालना चाहता है तो उसकी लागत ₹1,21,000 मानी गई है, जिस पर 50% से 75% तक सब्सिडी उपलब्ध है।
आवेदन करते समय कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए?
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक की फोटो कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जमीन की रसीद
- यदि आपने किसी सरकारी या मान्यता प्राप्त संस्था से पशुपालन से जुड़ा प्रशिक्षण लिया है तो उसका प्रमाण पत्र भी जरूरी होगा।
- अगर आप 75% सब्सिडी का लाभ लेना चाहते हैं तो जाति प्रमाण पत्र भी साथ में जमा करना होगा।
योजना का लाभ कैसे लें?
- समग्र भैंस पालन विकास योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को बिहार राज्य का निवासी होना चाहिए और उसके पास एक या दो उन्नत नस्ल की भैंसें होनी चाहिए, जैसे मुर्रा, जाफराबादी या भदावरी नस्ल।
- समग्र भैंस पालन विकास योजना का आवेदन पूरी तरह ऑनलाइन किया जाएगा। इसके लिए बिहार सरकार की डेयरी विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://dairy.bihar.gov.in पर जाकर 25 जून से 25 जुलाई 2025 के बीच आवेदन किया जा सकता है।
- समग्र भैंस पालन विकास योजना को जिले स्तर पर जिला गव्य विकास पदाधिकारी द्वारा लागू किया जाएगा। अधिक जानकारी और सहायता के लिए आप अपने नजदीकी पशुपालन विभाग कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।