यदि आपके आसपास कोई खुला या छोड़ा हुआ बोरवेल, ट्यूबवेल या सूखा कुआं दिखाई दे, तो तुरंत एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) को सूचित करें। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 0141-2759903 (एसडीआरएफ कंट्रोल रूम, जयपुर) और 8764873114 जारी किए गए हैं। सूचना के साथ संबंधित स्थान का विवरण, गांव, तहसील, थाना क्षेत्र और जिला का नाम दर्ज कर भेजें। यदि संभव हो, तो मौके की फोटो भी साझा करें।
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खुले बोरवेल दिखें तो करें रिपोर्ट
अगर आपके आस-पास कोई खुला बोरवेल, ट्यूबवेल या सूखा कुआं दिखे, तो तुरंत एसडीआरएफ को सूचित करें। हेल्पलाइन नंबर निम्नलिखित हैं:
- 0141-2759903 (एसडीआरएफ कंट्रोल रूम, जयपुर)
- 8764873114
खुले बोरवेल और ट्यूबवेल सूचना देने का तरीका
- खुले बोरवेल की फोटो लें।
- स्थान का विवरण जैसे गांव, तहसील, थाना क्षेत्र और जिला का नाम दर्ज करें।
- एसडीआरएफ को फोटो और विवरण भेजें।
एसडीआरएफ स्थानीय पुलिस की मदद से तुरंत कार्रवाई करेगा और बोरवेल या ट्यूबवेल को बंद करेगा।
बिना उपयोग के खुले बोरवेल और ट्यूबवेल की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने 3 अगस्त 2021 को सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश जारी किए। इन निर्देशों के तहत:
- खुले बोरवेल और ट्यूबवेल को समय पर बंद करना अनिवार्य है।
- ऐसे स्थानों की निगरानी और आवश्यक कार्रवाई की जिम्मेदारी प्रशासन की है।
सर्वोच्च न्यायालय ने 6 अगस्त 2010 को खुले बोरवेल और ट्यूबवेल से जुड़ी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए थे। इन निर्देशों में कहा गया था कि:
- उपयोग में न आने वाले बोरवेल को तुरंत बंद किया जाए।
- निर्माण प्रक्रिया के दौरान भी सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए।
खुले बोरवेल और ट्यूबवेल से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। यदि कोई व्यक्ति इन स्थानों की जानकारी छुपाता है या समय पर सूचित नहीं करता है, तो यह किसी की जान के लिए खतरा बन सकता है।
मै पिछले 5 सालों से ब्लॉगिंग कर रही हूँ , मैं कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स हूँ और मेरा मकसद जटिल जानकारी को आसान भाषा में समझाना है , ताकि हर कोई उसे आसानी से समझ सके। खास तौर पर सरकारी योजनाओं, सरकारी नौकरी पर लिखती हु ,जिससे लोगों को मदद मिल सके।