हरियाणा सरकार किसानों को जैविक और प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित कर रही है और इसी के तहत देसी गाय खरीदने पर 30,000 रुपये की वार्षिक सब्सिडी देने की योजना शुरू की गई है। यह योजना उन किसानों के लिए है जिनके पास 2 से 5 एकड़ तक की कृषि भूमि है और जो रासायनिक मुक्त खेती को अपनाना चाहते हैं।
आस्था कार्ड में मिलेगी BPL के समान लाभ
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को ‘मेरी फसल-मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा और नजदीकी कृषि या पशुपालन विभाग में आवेदन जमा करना होगा। सरकार द्वारा खरीदी गई गायों की वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सब्सिडी की राशि सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
देसी गाय पर सब्सिडी के लिए वेरिफिकेशन शुरू
हालांकि, यह योजना पिछले 7 महीनों से रुकी हुई थी, क्योंकि सरकार को गायों की जांच करने में देरी हो रही थी। अब वेरिफिकेशन प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी गई है और जल्द ही किसानों के खातों में सब्सिडी की राशि भेजी जाएगी।
सरकार ने इस योजना को पारदर्शी बनाने के लिए सीधे बैंक ट्रांसफर की प्रक्रिया अपनाई है ताकि किसी भी तरह की अनियमितता या बिचौलियों की भूमिका न हो। किसानों को इस योजना के तहत परिवार पहचान पत्र, बैंक पासबुक, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और अन्य जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे।
अन्य राज्य भी दे रहे है देसी गाय पर सब्सिडी
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को गोबर खाद और जैविक कीटनाशक के उपयोग के लिए प्रेरित करना है, जिससे उत्पादन लागत कम होगी और मिट्टी की उर्वरता बनी रहेगी। साथ ही, जैविक खेती करने से फसलों की गुणवत्ता में सुधार होगा और जैविक उत्पादों को बाजार में बेहतर कीमत मिलेगी।
अन्य राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में भी इसी तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं ताकि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा सके। इस तरह की सरकारी योजनाएं किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल कृषि को भी प्रोत्साहित करती हैं।
मै पिछले 5 सालों से ब्लॉगिंग कर रही हूँ , मैं कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स हूँ और मेरा मकसद जटिल जानकारी को आसान भाषा में समझाना है , ताकि हर कोई उसे आसानी से समझ सके। खास तौर पर सरकारी योजनाओं, सरकारी नौकरी पर लिखती हु ,जिससे लोगों को मदद मिल सके।