हरे मटर बीज सब्सिडी योजना बिहार : 85 रुपये की सब्सिडी

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हरे मटर बीज सब्सिडी योजना बिहार: बिहार में हरे मटर की खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार ने एक नई योजना शुरू की है। यह योजना खासकर बाढ़ से प्रभावित जिलों के किसानों के लिए है। इस योजना के तहत, किसानों को हरे मटर के बीज पर 50% यानी ₹85 की सब्सिडी मिलेगी। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और उन्हें बेहतर फसल उगाने के लिए प्रेरित करना है।

हरे मटर बीज सब्सिडी योजना बिहार का उद्देश्य:

  • आर्थिक मदद: बिहार सरकार किसानों को हरे मटर के बीज पर सब्सिडी दे रही है ताकि उनकी खेती के खर्चे कम हों और वे अधिक मुनाफा कमा सकें।
  • खेती में सुधार: मटर की खेती से जमीन की उर्वरता बढ़ती है और कम समय में अच्छा उत्पादन मिलता है।

कौन से जिलों के किसान होंगे लाभान्वित:

हरे मटर बीज सब्सिडी योजना बिहार के 15 बाढ़ प्रभावित जिलों में लागू की गई है:

  1. खगड़िया
  2. बेगूसराय
  3. मधुबनी
  4. समस्तीपुर
  5. सुपौल
  6. मधेपुरा
  7. पूर्णिया
  8. किशनगंज
  9. अररिया
  10. कटिहार
  11. सारण
  12. सीवान
  13. गोपालगंज
  14. भागलपुर
  15. सहरसा

हरे मटर के बीज पर सब्सिडी:

  • बीज की कीमत: ₹170 प्रति किलो।
  • सबसिडी: किसान को ₹85 (50% सब्सिडी) की सहायता मिलेगी।
  • लाभार्थी किसानों के लिए: इन जिलों के किसान इस सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं।

कितनी राशि दी गई है योजना के लिए:

  • कुल राशि: ₹13.60 करोड़
  • केंद्र सरकार का योगदान: ₹4.80 करोड़
  • राज्य सरकार का योगदान: ₹3.20 करोड़
  • टॉप-अप राशि: ₹5.60 करोड़

हरे मटर की खेती के लिए लक्ष्य:

  • 1200 हेक्टेयर: खगड़िया, बेगूसराय, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल, मधेपुरा और पूर्णिया।
  • 1000 हेक्टेयर: किशनगंज, अररिया, कटिहार, सारण, सीवान, गोपालगंज, भागलपुर और सहरसा।

मटर की खेती के लिए आसान तरीका:

  1. मिट्टी का चुनाव: मटर की खेती के लिए गहरी दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है।
  2. भूमि का pH: मटर की खेती के लिए भूमि का pH मान 6 से 7.5 के बीच होना चाहिए।
  3. बीज बोने की विधि: बीजों को ड्रिल विधि से 5 से 7 सेंटीमीटर की दूरी पर बोया जाता है।
  4. सिंचाई और खाद: समय-समय पर सिंचाई और खाद देने से फसल अच्छी होती है।

मटर की खेती से किसान कैसे लाभ उठा सकते हैं:

  • कम समय में अच्छा मुनाफा: मटर की खेती से किसानों को कम समय में अधिक पैदावार मिलती है।
  • सहज खेती: मटर को किसी भी तरह की मिट्टी में उगाया जा सकता है, लेकिन गहरी दोमट मिट्टी सबसे बेहतरीन मानी जाती है।

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