राजस्थान सरकार ने बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। अब लाडो प्रोत्साहन योजना (Lado Protsahan Yojana) का लाभ सिर्फ सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली बेटियों को ही नहीं, बल्कि मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को भी मिलेगा।
पहले यह योजना केवल सरकारी स्कूलों तक सीमित थी, लेकिन अब इसमें निजी विद्यालयों को भी शामिल किया गया है।
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लाडो प्रोत्साहन योजना का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के जन्म को प्रोत्साहित करना, उनकी शिक्षा में निरंतरता बनाए रखना और उन्हें उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के माध्यम से राज्य में बालिकाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित होगा और समाज में लैंगिक समानता को बढ़ावा मिलेगा।
राजस्थान लाडो प्रोत्साहन योजना 2025 | Lado Protsahan Yojana 2025
लाडो प्रोत्साहन योजना राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य की बेटियों को जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक आर्थिक सहायता और प्रोत्साहन देना है।
इस योजना के अंतर्गत योग्य बालिकाओं को कुल ₹1.50 लाख की राशि सात किस्तों में दी जाती है, ताकि वे शिक्षा में निरंतर प्रगति कर सकें।
राजस्थान सरकार ने पहले से चल रही राजश्री योजना को अब लाडो प्रोत्साहन योजना में शामिल कर दिया है। इसका अर्थ यह है कि जो बालिकाएं पहले राजश्री योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त कर रही थीं, उन्हें अब आगामी किस्तें लाडो प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत दी जाएंगी। यह कदम प्रशासनिक सरलता और योजना की पारदर्शिता को बढ़ाएगा।
अब कौन-कौन सी बालिकाएं होंगी पात्र?
लाडो प्रोत्साहन योजना राजस्थान का लाभ अब निम्नलिखित बालिकाओं को मिलेगा:
- राजस्थान की मूल निवासी बालिकाएं
- जिनका जन्म सरकारी या सरकार से अधिकृत स्वास्थ्य संस्थान में हुआ हो
- जो सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में अध्ययन कर रही हों
- शैक्षणिक वर्ष 2024-25 से आगे की छात्राएं
लाडो प्रोत्साहन योजना राजस्थान के तहत मिलने वाली किस्त
लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत बालिकाओं को जन्म से लेकर स्नातक तक कुल ₹1.50 लाख की सहायता राशि दी जाती है। यह राशि सात अलग-अलग चरणों में प्रदान की जाती है।
सबसे पहले, बालिका के जन्म पर अगर वह किसी सरकारी या सरकार से अधिकृत अस्पताल में जन्मी है, तो ₹2,500 की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसके बाद, एक वर्ष की आयु पूरी होने और सभी टीकाकरण पूरे होने पर बालिका को ₹2,500 की दूसरी किस्त प्राप्त होती है।
जब बालिका कक्षा 1 में प्रवेश लेती है, तो उसे ₹4,000 की राशि दी जाती है। कक्षा 6 में प्रवेश पर अगली किस्त ₹5,000 की होती है। जैसे-जैसे बालिका आगे बढ़ती है, कक्षा 10 में प्रवेश पर उसे ₹11,000 और कक्षा 12 में प्रवेश पर ₹25,000 की सहायता मिलती है।
अंत में, जब बालिका स्नातक की पढ़ाई पूरी करती है और 21 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेती है, तब उसे योजना की अंतिम और सबसे बड़ी किस्त के रूप में ₹1,00,000 की राशि सीधे उसके बैंक खाते में जमा की जाती है
| चरण | लाभ | राशि (₹) |
|---|---|---|
| जन्म पर | सरकारी/अधिकृत अस्पताल में जन्म | 2,500 |
| 1 वर्ष पूर्ण होने और टीकाकरण पर | 2,500 | |
| कक्षा 1 में प्रवेश पर | 4,000 | |
| कक्षा 6 में प्रवेश पर | 5,000 | |
| कक्षा 10 में प्रवेश पर | 11,000 | |
| कक्षा 12 में प्रवेश पर | 25,000 | |
| स्नातक पूर्ण करने व 21 वर्ष की आयु पर | 1,00,000 |
लाडो प्रोत्साहन योजना राजस्थान की आवेदन प्रक्रिया
लाडो प्रोत्साहन योजना राजस्थान का लाभ शैक्षणिक वर्ष 2024-25 से लागू होगा। इस योजना के तहत सभी भुगतान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से सीधे बैंक खाते में भेजे जाएंगे। योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करना, ड्रॉपआउट दर को कम करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
राजस्थान सरकार जल्द ही लाडो प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेगी। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा महिला एवं बाल विकास विभाग या जनसूचना पोर्टल jansoochna.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध कराई जा सकती है। आवेदन के समय अभिभावकों को बालिका का जन आधार नंबर, बैंक खाता और जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करना होगा।
लाडो प्रोत्साहन योजना राजस्थान का लाभ प्राप्त करने के लिए बालिका का जन्म सरकारी या अधिकृत अस्पताल में होना आवश्यक है। बालिका नियमित रूप से पढ़ाई कर रही हो और उसका बैंक खाता सक्रिय होना चाहिए। यदि पढ़ाई बीच में छोड़ दी जाती है तो आगे की किस्तें रोक दी जाएंगी।
