एमपी गांव की बेटी योजना स्कॉलरशिप 2025: ग्रामीण छात्राओं को मिलेगा उच्च शिक्षा का संबल

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मध्य प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों की बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘गांव की बेटी योजना’ की शुरुआत की थी। यह योजना पहली बार 1 जून 2005 को लागू की गई थी और तब से लगातार प्रदेश की हजारों छात्राओं को लाभ पहुंचा रही है। इस योजना के अंतर्गत गांव में रहने वाली वे छात्राएं जिन्हें 12वीं कक्षा में 60 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त हुए हैं, उन्हें सरकार द्वारा स्कॉलरशिप के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।

एमपी गांव की बेटी योजना स्कॉलरशिप 2025

गांव की बेटी योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाली प्रतिभाशाली लड़कियों को आगे की पढ़ाई के लिए प्रेरित करना है। अक्सर देखा गया है कि आर्थिक तंगी के कारण कई छात्राएं 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ देती हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि गांव में रहने वाली कोई भी योग्य छात्रा सिर्फ पैसों की कमी के कारण शिक्षा से वंचित न रह जाए। योजना के तहत बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें आगे बढ़ने का अवसर देने का प्रयास किया गया है।

गांव की बेटी योजना में स्कॉलरशिप की राशि

  • एमपी गांव की बेटी योजना के अंतर्गत चयनित छात्राओं को प्रतिमाह 500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह राशि छात्रा को कुल दस महीने तक प्राप्त होती है, जिससे पूरे शैक्षणिक वर्ष में उन्हें कुल 5000 रुपये मिलते हैं।
  • यह स्कॉलरशिप छात्राओं के बैंक खाते में सीधी अंतरित की जाती है और इसका उपयोग वे अपनी शिक्षा, स्टेशनरी, यात्रा या हॉस्टल जैसी ज़रूरतों के लिए कर सकती हैं।

गांव की बेटी योजना स्कॉलरशिप के आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • 12वीं की मार्कशीट
  • समग्र ID
  • ग्राम निवास प्रमाण पत्र
  • गांव की बेटी प्रमाण पत्र
  • कॉलेज एडमिशन प्रमाण पत्र (कोड और ब्रांच सहित)
  • बैंक खाता विवरण (IFSC कोड सहित)
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • अभिभावक का आय प्रमाण पत्र (यदि मांगा जाए)

आवेदन के लिए पात्रता

  • गांव की बेटी योजना का लाभ लेने के लिए छात्रा का मध्य प्रदेश की मूल निवासी होना आवश्यक है।
  • उसे ग्रामीण क्षेत्र के किसी सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय से 12वीं पास करना चाहिए और कम से कम 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने चाहिए।
  • इसके साथ ही, छात्रा को आगे की पढ़ाई के लिए किसी कॉलेज में प्रवेश लेना अनिवार्य है।
  • योजना के तहत केवल उन्हीं छात्राओं को लाभ मिलेगा जो ग्रामीण क्षेत्र की हों और उनके पास अधिकृत “गांव की बेटी प्रमाण पत्र” भी उपलब्ध हो।

आवेदन प्रक्रिया

  • योजना में आवेदन करने के लिए छात्रा को मध्य प्रदेश शासकीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा।
  • यदि पहले से रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया है, तो समग्र आईडी का उपयोग कर नया रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
  • समग्र आईडी वेरिफाई करने के बाद एक एप्लीकेंट आईडी जनरेट होती है, जिसके माध्यम से लॉगिन कर छात्रा आवेदन फॉर्म भरती है।
  • फॉर्म में सभी जरूरी विवरण भरने के बाद दस्तावेज अपलोड कर दिए जाते हैं।
  • इसके बाद छात्रा के कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा आवेदन की पुष्टि की जाती है, और फिर मंजूरी मिलने पर राशि खाते में आनी शुरू हो जाती है।

गांव की बेटी प्रमाण पत्र कैसे बनता है

प्रत्येक विद्यालय अपने गांव की उन छात्राओं की सूची तैयार करता है जिन्होंने 12वीं कक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। इस सूची में छात्रा का नाम, पिता का नाम, स्कूल का नाम, प्राप्तांक और प्रतिशत दर्ज होता है। स्कूल यह सूची जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को भेजता है। वहां एक समिति गठित की जाती है जिसमें विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। यह समिति दस्तावेजों का परीक्षण कर पात्र छात्राओं को गांव की बेटी प्रमाण पत्र जारी करती है।

एमपी गांव की बेटी योजना स्कॉलरशिप की अंतिम तिथि और अन्य महत्वपूर्ण बातें

गांव की बेटी योजना के लिए प्रत्येक वर्ष शैक्षणिक सत्र की 31 जुलाई तक आवेदन किया जा सकता है। हालांकि, विशेष परिस्थितियों में सरकार आवेदन की तिथि को बढ़ा भी सकती है।

इस योजना में छात्रा को कॉलेज में नियमित प्रवेश लेना जरूरी होता है, अन्यथा वह पात्र नहीं मानी जाएगी। यह योजना प्रोत्साहन के रूप में दी जाती है, इसलिए यदि किसी छात्रा को पहले से किसी अन्य योजना का लाभ मिल रहा है तो भी वह इस योजना की स्कॉलरशिप प्राप्त कर सकती है।

यदि छात्रा को आवेदन या लाभ से संबंधित कोई समस्या आती है, तो वह 15 कार्य दिवसों के भीतर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कर सकती है।

प्रशासन द्वारा उसकी जांच कर आवश्यक समाधान किया जाता है। यदि कोई व्यक्ति योजना का लाभ लेने के लिए गलत जानकारी देता है, तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाती है और दी गई राशि की वसूली भी की जा सकती है।

About Suman

मैं पिछले 5 साल से ब्लॉग लिख रही हूँ। मेरा मकसद है सरकारी योजनाओं और नौकरियों की जानकारी को आसान भाषा में लोगों तक पहुंचाना, ताकि सभी को सही जानकारी मिल सके।

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