महिला सशक्तिकरण को लेकर राजस्थान सरकार की “मुख्यमंत्री नारी शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना” में झुंझुनू जिले ने पूरे राज्य में पहला स्थान हासिल कर लिया है। इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जिले को आज जयपुर में राज्य स्तरीय समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
Table of Contents
झुंझुनू ने वर्ष 2024-25 में इस योजना के तहत 426 महिलाओं को आर्थिक मदद पहुंचाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सराहनीय कार्य किया है। इस जिले ने अकेले ही योजना के राज्य लक्ष्य का 50 प्रतिशत हिस्सा पूरा कर लिया, जो कि अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
जयपुर में होगा सम्मान समारोह, कलेक्टर को मिलेगा सम्मान
राज्य सरकार की ओर से आयोजित एक भव्य समारोह में झुंझुनू जिले को इस उपलब्धि के लिए सम्मानित किया जाएगा। समारोह के दौरान झुंझुनू के जिला कलेक्टर रामावतार मीणा को विशेष रूप से राज्य स्तर पर सम्मान प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान जिले की पूरी टीम के शानदार कार्य को दर्शाता है।
महिलाओं को मिला करोड़ों का आर्थिक सहयोग
झुंझुनू जिले में योजना के तहत 426 महिलाओं को कुल 51 करोड़ रुपये के लोन स्वीकृत किए गए हैं। इसके साथ ही लगभग 14 करोड़ रुपये की सब्सिडी भी जारी की गई है। ये सभी महिलाएं अब अपने स्वयं के व्यवसाय की शुरुआत कर चुकी हैं या उस दिशा में आगे बढ़ रही हैं।
पूरे राजस्थान में इस योजना के तहत 52 करोड़ रुपये के लोन स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 51 करोड़ सिर्फ झुंझुनू से जुड़े हुए हैं। वहीं राज्यभर में कुल 1186 महिलाओं को लाभ मिला है, जिसमें से अकेले झुंझुनू की 426 महिलाएं शामिल हैं।
क्या है मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना का उद्देश्य?
मुख्यमंत्री नारी शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना के तहत महिलाओं को 25 से 30 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है, जिससे वे खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें। झुंझुनू जिले ने इस योजना का बेहतरीन क्रियान्वयन करते हुए पूरे प्रदेश के लिए मिसाल कायम की है।
“यह टीम की जीत है” – कलेक्टर मीणा
झुंझुनू जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने इस अवसर पर कहा कि यह उपलब्धि केवल एक अधिकारी की नहीं, बल्कि पूरी जिला प्रशासन टीम और उन महिलाओं की जीत है जिन्होंने इस योजना पर भरोसा किया और आगे बढ़ने का साहस दिखाया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना ही असली विकास है।
झुंझुनू अब पूरे राज्य के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। राज्य सरकार अन्य जिलों को भी झुंझुनू मॉडल को अपनाने की सलाह दे रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इस योजना का लाभ उठाकर खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें और आत्मनिर्भर बनें।
अगर आप भी मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र या जिला उद्योग कार्यालय से संपर्क करें।